एक बूढ़ा आदमी था जो अपने बेटे के साथ रहता था। वह अपनी पूरी ज़िंदगी मेहनत करके अपने परिवार की देखभाल करता रहा था। वह अब उस उम्र में था जब उसे आराम की आवश्यकता थी, लेकिन उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह खुद के लिए एक अलग से घर खरीद सके।
उस दिन से बूढ़ा आदमी अपने बेटे से अनुरोध करता था कि वह उसे एक छोटे से कमरे में रख दे, जिसमें उसे सोने और आराम करने की सुविधा हो सके। उसका बेटा उसकी इच्छा को पूरा करते हुए उसे छोटे से कमरे में रख दिया।
बूढ़े आदमी के पास एक पुरानी ताकत हमेशा से थी जो उसे सबसे कठिन परिस्थितियों से लड़ने में मदद करती थी। उसने अपने बेटे से कहा कि उसे थोड़ा नीला कपड़ा दे दो, जिससे वह खुद एक कमरे में एक नयी दुनिया बनाने में सक्षम हो सके।
बूढ़े आदमी ने नीले कपड़े से उनके कमरे को सजाया और उसे अपने जीवन के सभी लम्हों की यादों के साथ एक सुखद जगह बनाने में म
बूढ़े आदमी अपने कमरे में अकेले होकर अपने जीवन के सभी पलों को याद करता था। वह अपने बचपन के दिनों, अपने विवाह के दिनों, अपने बच्चों के पलों और उनके साथ बिताए अनेक सुखद लम्हों को याद करता था।
बूढ़े आदमी जीवन के अनुभवों से बहुत कुछ सीखा था। उसकी अनुभवों ने उसे सीखाया कि कैसे अपने परिवार का ध्यान रखा जाए, कैसे जीवन के सभी उद्देश्यों को हासिल किया जाए और कैसे सफलता हासिल की जाए।
बूढ़े आदमी की विश्वसनीयता और अनुभव उसके बेटे के लिए एक उदाहरण थे। उसके बेटे के लिए, बूढ़े आदमी एक परम गुरु और मार्गदर्शक बन गए थे।
बूढ़े आदमी का जीवन एक महान उदाहरण है कि हम अपने जीवन में अनेक बार सफल नहीं होते हैं, लेकिन हम हमेशा सीखते रहते हैं। बूढ़े आदमी ने संघर्ष की अनुभूति की थी, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी। उसने अपने स
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